| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 叔姪と暖簾潜りて夏の夜 | |
| 薬屋で冷えて風邪引く夏の虫 | |
| 腹一杯団扇の先で眠りけり | |
| ご多分に漏れず老婆も寝茣蓙かな |
| 夏座敷車を懸きて笑み栄ゆ | |
| 海開きいとどに童増えにけり | |
| 夕立に踵を返す帰り客 | |
| 薫風や三人寄れば口止まず | |
| 梅雨寒や句作の技も消え失せて | |
| 静けさや 書をめくる部屋 夕日入り |
| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 叔姪と暖簾潜りて夏の夜 | |
| 薬屋で冷えて風邪引く夏の虫 | |
| 腹一杯団扇の先で眠りけり | |
| ご多分に漏れず老婆も寝茣蓙かな |
| 夏座敷車を懸きて笑み栄ゆ | |
| 海開きいとどに童増えにけり | |
| 夕立に踵を返す帰り客 | |
| 薫風や三人寄れば口止まず | |
| 梅雨寒や句作の技も消え失せて | |
| 静けさや 書をめくる部屋 夕日入り |