| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 障りなく厨済ませて新年会 | |
| 雨なれど寒の緩まぬ朝餉かな | |
| 我が面へ氷瀑の片降りにけり | |
| 凍ての道歩き始めの一歳児 |
| ポパイ缶開けてビックリほうれん草 | |
| 軒つらら消えてなくなり春うらら | |
| 我が宿り畳の目ほど日脚伸ぶ | |
| 昼日中つらら眺むる余生かな | |
| 今日もまた隣どうしの氷柱かな | |
| 貧しさは 顔も心も 老けさせる |
| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 障りなく厨済ませて新年会 | |
| 雨なれど寒の緩まぬ朝餉かな | |
| 我が面へ氷瀑の片降りにけり | |
| 凍ての道歩き始めの一歳児 |
| ポパイ缶開けてビックリほうれん草 | |
| 軒つらら消えてなくなり春うらら | |
| 我が宿り畳の目ほど日脚伸ぶ | |
| 昼日中つらら眺むる余生かな | |
| 今日もまた隣どうしの氷柱かな | |
| 貧しさは 顔も心も 老けさせる |