| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 春潮の太く渦巻く鳴門橋 | |
| 参道の半ばで春を確かむる | |
| 朝靄(もや)の立ち込む朝は春日和 | |
| 夕飯の菜にせんとて蕗を摘む |
| 庭下駄を履いて摘み草里暮らし | |
| 野の土の色黒くなり穀雨かな | |
| 鷺草や飛んでゆきたいどこまでも | |
| 黒揚羽わずかの風を見逃さず | |
| ほんわかと空気の甘いメロンかな | |
| 孑孑のまだ残りいる防火水 |
| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 春潮の太く渦巻く鳴門橋 | |
| 参道の半ばで春を確かむる | |
| 朝靄(もや)の立ち込む朝は春日和 | |
| 夕飯の菜にせんとて蕗を摘む |
| 庭下駄を履いて摘み草里暮らし | |
| 野の土の色黒くなり穀雨かな | |
| 鷺草や飛んでゆきたいどこまでも | |
| 黒揚羽わずかの風を見逃さず | |
| ほんわかと空気の甘いメロンかな | |
| 孑孑のまだ残りいる防火水 |