| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 夕暮れてすすき揺れける山野かな | |
| 肌焦がす強き陽射しやサングラス | |
| 餌にならぬ蝉よ少しはお静かに | |
| こめかみがキシミてもなほかき氷 |
| 広島の記憶薄れし夏惜む | |
| 夏惜む冨士山こえて夕日消え | |
| 芒野や夕日の富士の射爆場 | |
| ゆく夏や東尋坊の大落暉 | |
| お囃子に揺るる竿灯夏惜しむ | |
| 稲の穂に触れば命の瑞々し |
| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 夕暮れてすすき揺れける山野かな | |
| 肌焦がす強き陽射しやサングラス | |
| 餌にならぬ蝉よ少しはお静かに | |
| こめかみがキシミてもなほかき氷 |
| 広島の記憶薄れし夏惜む | |
| 夏惜む冨士山こえて夕日消え | |
| 芒野や夕日の富士の射爆場 | |
| ゆく夏や東尋坊の大落暉 | |
| お囃子に揺るる竿灯夏惜しむ | |
| 稲の穂に触れば命の瑞々し |