| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| さくさくと霜を踏み行く朝ぼらけ | |
| 黙々と除夜の鐘聞く厨妻 | |
| 質物も底を尽きたる年の暮 | |
| 帰り着く迄はほろ酔ひ忘年会 |
| 大晦日鍼灸院の灯今消える | |
| 大晦日明かりの灯る鍼灸院 | |
| 金沢を鳴り交はしたる除夜の鐘 | |
| 除夜の鐘ふたりで聞けばベルと聞く | |
| 煩悩を少し残して除夜の鐘 | |
| 初雪や口開けて子ら空を見る |
| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| さくさくと霜を踏み行く朝ぼらけ | |
| 黙々と除夜の鐘聞く厨妻 | |
| 質物も底を尽きたる年の暮 | |
| 帰り着く迄はほろ酔ひ忘年会 |
| 大晦日鍼灸院の灯今消える | |
| 大晦日明かりの灯る鍼灸院 | |
| 金沢を鳴り交はしたる除夜の鐘 | |
| 除夜の鐘ふたりで聞けばベルと聞く | |
| 煩悩を少し残して除夜の鐘 | |
| 初雪や口開けて子ら空を見る |