| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 寄せ鍋や妻と二人で六時から | |
| 冬だから髪伸びるのは今だから | |
| 霜焼に為す術あらず足の指 | |
| 狐火の江戸の夜の野ビルの街 |
| 黙々と喋らすほじるカニの鍋 | |
| 瀬を速み滝に引かるる師走時 | |
| 一輪車やつと線まで冬夕焼 | |
| 寄せ鍋確が不評と知るや闇鍋に | |
| また一年長生きしたらし除夜の鐘 | |
| 歳時記の「冬」手に取れば去年(こぞ)の塵 |
| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 寄せ鍋や妻と二人で六時から | |
| 冬だから髪伸びるのは今だから | |
| 霜焼に為す術あらず足の指 | |
| 狐火の江戸の夜の野ビルの街 |
| 黙々と喋らすほじるカニの鍋 | |
| 瀬を速み滝に引かるる師走時 | |
| 一輪車やつと線まで冬夕焼 | |
| 寄せ鍋確が不評と知るや闇鍋に | |
| また一年長生きしたらし除夜の鐘 | |
| 歳時記の「冬」手に取れば去年(こぞ)の塵 |