| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 人混みに舞い散る梅や仁王門 | |
| 災害は同じ所に春遠し | |
| 窓全開冬の晴れ間の空気旨し | |
| 乾風の山谷火の粉港燃ゆ |
| 柞葉の母の褞袍に想ひ馳す | |
| 今朝もまた散歩ためらふ雪の道 | |
| 友訪ぬ春一番の吹きし頃 | |
| 春駒のまたもいななく朝ぼらけ | |
| 薄化粧ひな人形傷の跡 | |
| 春夕焼け一人染りて詰め将棋 |
| 俳句 | 点数 |
|---|---|
| 人混みに舞い散る梅や仁王門 | |
| 災害は同じ所に春遠し | |
| 窓全開冬の晴れ間の空気旨し | |
| 乾風の山谷火の粉港燃ゆ |
| 柞葉の母の褞袍に想ひ馳す | |
| 今朝もまた散歩ためらふ雪の道 | |
| 友訪ぬ春一番の吹きし頃 | |
| 春駒のまたもいななく朝ぼらけ | |
| 薄化粧ひな人形傷の跡 | |
| 春夕焼け一人染りて詰め将棋 |